TOP HOW TO DO VASHIKARAN-KAISE HOTA HAI SECRETS

Top how to do vashikaran-kaise hota hai Secrets

Top how to do vashikaran-kaise hota hai Secrets

Blog Article



In case you are Uncertain or not comfortable executing vashikaran yourself, think about in search of steering from a qualified and professional vashikaran professional

आप ज्योतिष संसार के द्वारा जीवन में अनेक समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क कर सकते हैं जैसे :-

You will discover that the interactions are recovering in the 3rd day of chanting the mantra or wazifa. Occasionally, you can see immediate variances from the 1st working day of the dua.

आपको यह समझना होगा कि ऊर्जा सिर्फ ऊर्जा होती है, वह न तो दैवी होती है, न शैतानी। आप उससे कुछ भी बना सकते हैं – देवता या शैतान। यह बिजली की तरह होती है। क्या बिजली दैवी या शैतानी, अच्छी या बुरी होती है?

हम अपने ब्लॉग पर पब्लिश की गई किसी भी साधना का पुख्ता प्रमाण नहीं दे सकते है क्यों की हमने ये साधनाए नहीं की.

हर गोल पत्थर शालिग्राम नहीं होता। अगर आप संवेदनशील(सेंसिटिव) हैं, तो आप उसे अपने हाथ में लेकर एक साधारण पत्थर और शालिग्राम का अंतर साफ-साफ महसूस कर सकते हैं।

तो यहाँ सीधे दिव्यदर्शी से ये सब जानिये और लाभ पाईये।

क्या ऊर्जा को एक नकारात्मक रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे किसी पर काला जादू करना?

By wielding the principles of Vashikaran responsibly, centered on enjoy and positivity, practitioners can harness a deep knowledge of spiritual interconnectedness.

अगर आप एक साधक है और पहले से ही ध्यान का नियमित अभ्यास करते आ रहे है तो इस बात के चांस बढ़ जाते है की आपको साधना में जल्दी अनुभव मिले.

मुख्य प्रकार की यक्षिणी और उनका महत्त्व

प्रातः कल स्नान करके मृग चर्म पर बैठ जाये और किसी का स्पर्श न करे.

सद्गुरु : देखिए, अगर आप किसी शिव-मंदिर के सामने की किसी दुकान में जाएं तो आप सौ शालिग्राम खरीद सकते हैं। लेकिन वे शालिग्राम नहीं होते, वे बस अंडाकार पत्थर होते हैं। आप जानते हैं कि जब बच्चे समुद्र तट पर या नदी किनारे जाते हैं, तो वहां पत्थर इकठ्ठा करना उन्हें अच्छा लगता है, यहां तक कि बड़ों को भी। इसलिए लाखों घरों में उस तरह के लाखों पत्थर हैं। वे सब शालिग्राम नहीं हैं। उनका बस आकार वैसा है, क्योंकि अधिकांश पत्थर नदी के बहते जल की वजह से वैसा आकार पा जाते हैं।

शालिग्राम को कहाँ रखना चाहिए और more info उनकी पूजा विधि

Report this page